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खुदको खोना पड़ता है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

खुदको खोना पड़ता है

  • 97
  • 1 Min Read

सागर के पानी को बादल बनना पड़ता है,
बादल को पानी बनना पड़ता है बरसात के लिए!

आलम-ए-बेकसी में बेख़ुद होना पड़ता है,
खुदको खोना पड़ता है खुदसे मुलाक़ात के लिए!

© dr.n.r.kaswan "bashar" 🍁

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