Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
आज पुराना ख़त मिल गया... - Nalini Tiwari (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

आज पुराना ख़त मिल गया...

  • 50
  • 2 Min Read

आज पुराना ख़त मिल गया...

खुद आईने सी हो गई और ..
मेरा बिंब ही मुझको छल गया...

एक आँच सी धधकी जब ,
धुआँ उठा दहक कर...
धुंधले आंखों से झाँका तब,
आंखों का पानी खल गया....

आज पुराना ख़त मिल गया...

ये कैसी बगावत हो रही ...
सोच समझ जवाब दे रही...
ये कैसा बिसरा सुध है,
जो मुझसे मुझको लील गया...

आज पुराना ख़त मिल गया...

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg