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इन्सान तो आख़िर इन्सान होता है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

इन्सान तो आख़िर इन्सान होता है

  • 45
  • 2 Min Read

बड़े लोगों से मिलने 'बशर' नाहक परेशान होता है
इन से फ़ायदा कोई नहीं अक़्सर नुकसान होता है

अपनी कद-काठी के लोगों से मेल-जोल रखा कर
छोटा बड़ा क्या इन्सान तो आख़िर इन्सान होता है

© डॉ. एन. आर. कस्वाँ "बशर"

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