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उगते सूरज की सहर को देखें - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

उगते सूरज की सहर को देखें

  • 20
  • 1 Min Read

इक आंख से बुलबुला क्या कुलबहर को देखे
साहिल को या मझधार को या लहर को देखे

ढलते हुए सूरज की पीताम्बरी शाम को देखे
या उगते हुए सूरज की स्वर्णिम सहर को देखे

@बशर

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