लेखअन्य
इश्क क्या है...........?
प्यार होकर भी , इजहार ना करना ,
इश्क है...।
सब कुछ पाकर भी , कुछ ना मिलना ,
इश्क है...।
खुदा के दिए उस तौहफे, को जान से ज्यादा चाहना ,
इश्क है...।
उसकी ख़ुशी में खुश , गम में दुःखी होना ,
इश्क है...।
रातों में जागकर , किसी का इंतजार करना ,
इश्क है...।
अपना ना होकर भी , उसे अपना समझना ,
इश्क है...।
अपने दिल , दिमाग और जिस्म को ,
उसका कर देना ,
इश्क है...।
...... Priyanka Dheeman