कवितागीत
आंखों की बातें समझते
दुनिया के सभी प्राणी
इनकी बदौलत लिखी
गईं कई अनूठी कहानी
आंखों से ही होते हैं जग
में हर वैयक्तिक संवाद
उनकी भाव भंगिमा में
छिपे प्रेम, हर्ष, विषाद
हर परिवेश का ठीक से
आंखें कराती हैं पहचान
सभी ज्ञानेंद्रियों में होता
इनका महत्वपूर्ण स्धान
आंखों की भाषा समझते
हैं पशु और पक्षी तमाम
मित्र या बैरी पहचान कर
वो चुनते हैं सही मुकाम