Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश - umesh shukla (Sahitya Arpan)

कवितागीत

सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश

  • 93
  • 2 Min Read

संकल्पों से सिद्ध होते
इंसान के सभी काम
इसी गुण के बल चंद्र
पर भेजा गया यान
कल्पनाओं को मूर्त
रूप देते हैं संकल्प
जो संकल्पों के बली
वो रचते नए विकल्प
यदि आप रचना चाहते
जीवन में नया इतिहास
मन मस्तिष्क में सहेजे
रखें संकल्प का प्रकाश

IMG-20230919-WA0001_1695315397.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg