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सूर्यदेव - umesh shukla (Sahitya Arpan)

कवितागीत

सूर्यदेव

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सूर्यदेव हर शय को देते
हैं निरंतरता की सीख
निश्चित समय पर आते
करते उजाले की तस्दीक
सूर्योदय के बाद करता हर
व्यक्ति दिनचर्या का आरंभ
पूरे दिन सक्रिय रहता लेकर
सूर्य की किरणों का अवलंब
सूर्यास्त हर व्यक्ति को देता
दिन के अंत होने का संदेश
घर लौटकर अंधेरे से निपटने
को करे हर शय प्रयास विशेष
सूर्य देव ही तय करते हैं हर
व्यक्ति में उद्यमिता का भाव
जहां उसकी कमी होती वहां
पर दिखे हर तरह का अभाव
सूर्यास्त बढ़ा देता हर आदमी
की निजी चिंताओं का परिमाप
चिंताओं से निपटने को प्रयत्न
करता हर व्यक्ति अपने आप

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