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इक उम्र गुजरी है बशर यहाँ तक आने में - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

इक उम्र गुजरी है बशर यहाँ तक आने में

  • 119
  • 1 Min Read

लगता है कि हम
आ गए सही ठिकाने में,

इक उम्र गुजरी है
बशर यहाँ तक आने में!

©️✍️ बशर
Dr.N.R.Kaswan
Surrey:22/07/2023

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