कविताअन्य
वक्त भी कितना अजीब होता है,
जिसके पास नहीं है वह भी रोता है,
जिसके पास है वह भी रोता है,
जिसके पास नहीं है उसका बचता नहीं है ,
जिसके पास है उसका कटता नहीं है,
वक्त जहां से ही जाता है,
हर किसी को कुछ ना कुछ दे जाता है
किसी को सबक तो ,
किसी को पछतावा रह जाता है।