कहानीप्रेरणादायक
जन्नतनशीं★
मृत्यु की घोड़ागाड़ी धर्मयुद्ध में शहीद विभिन्न धर्मों के जवानों की आत्माएं लिए नियत स्थान की ओर चल पड़ी ।
जन्नतनशीं होने की उम्मीद में आत्माएं बेहद खुश थी।
एक चौराहे पर गाड़ी रुकी और घोड़े विपरीत दिशाओं की ओर मुंह करके गाड़ी को खींचने लगे और बोलने लगे ।
"स्वर्ग"
"जन्नत"
"हेवन"
यह देख एक आत्मा ने मृत्यु से सवाल किया "क्या इन्हें सही रास्ता नही पता या यह सभी घोड़े मंजिल को लेकर एकमत नही है ?"
मृत्यु ने रहस्यमयी मुस्कुराहट के साथ जवाब दिया ।
"यह घोड़े भी धर्मयुद्ध में ही मारे गए थे"
#Anil_Makariya
Jalgaon(Maharashtra)