कवितानज़्म
तुम्हारे सीने में धड़कता है दिल मेरा
मेरे दिल का तुम बेहद ख्याल रखना
ये मोहब्बतों का प्यासा है इसको तुम
ना ज़माने की बेड़ियों में बांधकर रखना
ये दिल बहुत ज्यादा अजीज है मुझे
मेरे अजीज को अपना अजीज रखना
बहुत लम्बा सफर तय करना है मुझको
मुझे आता नहीं है ज़रा भी सब्र रखना
आयेगी मुश्किलें तो डगमगा जायेगा
" नरेश" के कांधे पर अपना हाथ रखना