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अगले दिन ऑफिस में अमोल चक्रवती समीर के इस्तीफे के बारे में सोचते हुए अपने केबिन में बैठे हुए थे । अपनी तरफ से सारे केल्क्युलेशन करने के बाद उन्हें समीर का ये निर्णय गलत ही लग रहा था । उन्हें फिर से समीर से बात करने की बात में कोई तथ्य नजर नहीं आ रहा था क्योंकि समीर के कल ही साफ शब्दों में अपना इस्तीफा वापस लेने से मना कर दिया था । बिना किसी ठोस कारण के उसका इस तरह से रिजाइन करना अमोल को समझ नहीं आ रहा था और वो नहीं चाहते थे कि किसी आवेग में आकर लिया गया समीर का ये निर्णय कहीं उसकी आगे की जिन्दगी को तकलीफों से न भर दे । समीर के लिए उनकी ये सारी भावनायें अब एक मामा होने के नाते उमड़ रही थी । इस बारें में बहुत कुछ सोचते हुए अचानक उन्हें ध्यान आया कि जिस वक्त समीर का ईमेल आया था रूबी उनके केबिन में ही थी और उसने समीर के इस्तीफे वाली बात नोटिस कर ली थी ।
समीर और रूबी इन दिनों एक ही प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे और अगर वो समीर का इस्तीफा स्वीकार करते भी है तो समीर का बाकी रहा काम उसका रिप्लेसमेंट आने तक रूबी को ही देखना था । यही सोचकर उन्होंने रूबी से बात करने का फैसला कर उसे अपने केबिन में बुलाया ।
रूबी के उनके सामने बैठते ही उन्होंने उससे बात शुरू करते हुए कहा, “रूबी । तुम इस कंपनी की एक जिम्मेदार और विश्वास योग्य कर्मचारी हो । मैं जो भी बातें अब तुमसे करने जा रहा हूँ उम्मीद है तुम उसे किसी से अभी नहीं कहोगी ।”
रूबी अभी संशय में थी कि अचानक से अमोल सर उससे ऐसी कौन सी बात करने वाले है जो उसे सीक्रेट रखनी है । उसने धीरे से कहा, “ठीक है सर ।”
“अच्छा तो एक बात बताओ” अपनी बात शुरू करते हुए अमोल ने आगे कहना शुरू किया, “तुम समीर के इस्तीफे के बारे में जानती हो ? उस दिन जब तुम मेरे लेपटॉप पर काम कर रही थी तब शायद तुमने समीर के ईमेल को नोटिस किया था।”
रूबी ने बातों का टॉपिक जानने के बाद राहत की साँस ली और रिलेक्स होकर जवाब दिया, “जी । मुझे पता है और बाद में समीर ने भी इस बारे में कैंटीन में डिस्कस किया था सो फ्लोर पर लगभग सभी को पता है।”
रूबी का जवाब सुनकर अमोल थोड़े से परेशान हो गए । अपने चेहरे के भाव छिपाते हुए उन्होंने रूबी से आगे कहा, “समीर को ऐसा नहीं करना चाहिए था । उसका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है । वैसे तुम जानती हो न कि अगर उसका इस्तीफा स्वीकार होता है तो उसका रिप्लेसमेंट आने तक उसका काम तुम्हें ही देखना होगा ?”
रूबी ने अनजान बनते हुए जवाब दिया, “लेकिन सर तीस दिन के नोटिस पीरियड तक न्यू हायरिंग तो हो ही जाएगी ...”
अमोल ने अपने हाथ में पेन उठाते हुए कहा, “समीर नोटिस पीरियड सर्व नहीं करना चाहता है । उसके फादर का हेल्थ इश्यु है और उसका इस वक्त जल्दी से जल्दी उनके पास जाना जरूरी है। हो सकता है कल से ही तुम्हें उसका काम देखना पड़े ।”
समीर के जाने की खुशी तो थी रूबी को लेकिन उसकी वजह से अपना काम बढ़ जाने से झुंझलाहट भी हो रही थी उसे । उसने अमोल की इस बात का जवाब देते हुए कहा, “सर, लेकिन ये कुछ जल्दी नहीं हो जाएगा ? जाकिर का लास्ट डे भी तो नेक्स्ट वीक में ही है।”
अमोल रूबी से कुछ इसी तरह से सवाल की आशा कर रहे थे । उन्होंने मुद्दे की बात पर आते हुए रूबी से कहा, “चाहता तो मैं भी नहीं हूँ उसे इतनी जल्दी रिलीव करना लेकिन अपने इस्तीफे का जो कारण उसने दिया है वो भी वाजिब है।”
कुछ देर रुकने के बाद अमोल ने रूबी के चेहरे की तरफ ध्यान से देखा और उसकी सलाह लेते हुए पूछा, “वैसे जहाँ तक मुझे पता है, उसके फादर की तबियत इतनी ज्यादा भी खराब नहीं है कि उसे अभी ही जाना पड़े । तुम्हें क्या लगता है वो झूठ बोल रहा है क्या ?”
रूबी को ये बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि अमोल इस बारें में उससे कुछ ऐसा पूछ लेंगे । अब वो दुविधा में थी । अगर सच बता देती है तो हो सकता है समीर का इस्तीफा स्वीकार ही न हो और सच नहीं बताती है तो समीर के जाने के बाद कुछ महीनों के लिए अपना काम बढ़ जाने का टेंशन भी था ।
“इस बारें में समीर झूठ क्यों बोलेगा सर ? वैसे आप उसके रिलेटिव है तो आपको उसके बारे में ज्यादा पता होगा।” रूबी से सोच समझकर अपना जवाब दिया ।
रूबी का जवाब सुनकर अमोल को महसूस हुआ कि उन्होंने रूबी से गलत सवाल पूछ लिया । अगले ही पल उन्होंने रूबी से वहाँ से जाने को कहते हुए कहा, “ठीक है समीर के इस्तीफे के बारे में एच आर से आज बात करूँगा । मैं कोशिश करूँगा कि वो नोटिस पीरियड सर्व करे लेकिन तुम भी तैयार रहना जस्ट इन केस हमें उसे जल्दी रिलीव करना पड़े तो।”
“जी सर !” रूबी ने कहा और उनके केबिन से बाहर निकल गई ।
शेष भाग अगले सप्ताह