Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
जय छठी माता - Pratik Prabhakar (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

जय छठी माता

  • 133
  • 4 Min Read

आप सभी को 🌞 महापर्व छठ की ढेरों💐💐शुभकामनाएं।



एक गीत   " जय छठी माता"


जय छठी  माता, जय दीनानाथ
खड़ी व्रती जल में ,अर्ध्य है हाथ।।

प्रियंवद मालिनि ने संतान पाया
पांडवों ने भी राज्यधन है पाया
आप से ही है दिन आप से रात।
जय छठी माता, जय दीनानाथ।।

है व्रती ने नहाकर सात्विक खाया
मिट्टी से भगवन ,है चूल्हा बनाया
हो आशीष अब हमारे भी साथ।
जय छठ माता, जय दीनानाथ।।

आपने है दिया रोगी को  सुकाया
आप से ही धूप दिन और है छाया
हाथ जोड़े व्रती झुके हुए है माथ।।
जय छठी माता, जय दीनानाथ।।

आप सृष्टिप्रकृति भीआप समाया
जिसने पूजा है सब सुख पाया।।
विनती करें, हर भगिनी - भ्रात।।
जय छठी माता, जय दीनानाथ।।

निशासे हम सबने है दीप जलाया
तब जाकर देव हमने दर्शन  पाया
किरणें चमके दिखे देव साक्षात।।
जय छठी माता, जय दीनानाथ।।



स्वरचित - प्रतीक प्रभाकर

1636463740.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg