जितना बड़ा युद्ध
करी उतनी बड़ी तैयारी
बिगुल बजा ऐसा
दुश्मन की धरती हिला दी l
दुलहन बन सजी पद्मा जब
जब जौहर की हुई तैयारी
शंख बजा ऐसा अग्नि की सबमे
ज्वाला है भड़का दी l
माझी ने नाव सजाई और
लाल पताका फेरा दी
पतवार चली ऐसे समंदर में
लहरों की सुनामी ला दी l