Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
श्याम थाम कलाई - Deepti Shukla (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

श्याम थाम कलाई

  • 69
  • 1 Min Read

श्याम थाम कलाई पुरजोर
नयनो में लिपट रही मोह की डोर
मन हो विभोर, ले चल मुझे स्वर्ग की ओर
आनंद का जहाँ कोई ना छोर

logo.jpeg
user-image
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg