कविताअतुकांत कविता
न्यारे...
सबसे प्यारे
हे माँ
हम बालक हैं तिहारे
राह को संवार दे
प्यार और दुलार दे
किस्मत को चमकार दे
नयी शक्ति का संचार दे
न्यारे...
सबसे प्यारे
हे माँ
हम बालक हैं तिहारे
आँखो में अरमान ले
हर काज को अंजाम दे
मलिनता के जंजाल में
सरसिज सा संसार दे
न्यारे...
सबसे प्यारे
हे माँ
¬हम बालक हैं तिहारे
अहम् ब्रह्मस्मि
से बढ़कर आगे
वयम् ब्रहम सरोज दलम् का
चले एक नया उद्घोष करे
न्यारे...
सबसे प्यारे
हे माँ
हम बालक हैं तिहारे
सरसिज, सरोज (lotus)
वयम् : We
उद्घोष (Announcement)