कविताअतुकांत कविता
#शीर्षक ...
" आहट प्यार भरी" 💐💐
इन दिनों ...
मेरा आइना करता है,
ये कुछ सवाल ?
मीठे स्वप्न,
जो हौले से देते...
दस्तक मन की सतह पर,
क्षितिज के उस पार से ...
तुम जो आओगे
कभी मेरी राहों... में
लिए उजालों के दीप
तृषित आँखें हैं।
इस उम्मीद में...
किसी दिन तो होगी रोशनी,
तब शायद हो जाए प्यार भी
सोंचती हूँ ...
वह एक क्षण कैसा होगा ?
जब मिलोगे तुम
स्वर्णिम आभा लिए अद्वितीय
अलौकिक, अपराजेय ...!
मेरी निगाहो में हसीं ख्वाब से सजे
तुम और मीठे सपने
तुम्हारी चाहतों के अम्बार लिए!
तब क्या प्रेम के बँधन और
उन्मुक्त प्रेम से सजे नवजीवन में
कभी ना खत्म होने वाला
वह उपवन होगा ?
स्वरचित /सीमा वर्मा