Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
महकता सा ख्वाब है - Minal Aggarwal (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

महकता सा ख्वाब है

  • 263
  • 2 Min Read

महकता सा
ख्वाब है
अभी तो
एक ताजे फूल सा ही
यह भी
फूल की ही तरह
मुर्झाकर टूट जायेगा
क्या फिर एक नया ख्वाब
पुराने ख्वाब सा ही
एक नये फूल की तरह
ख्यालों के पेड़ की
उम्मीदों की टहनियों पर
उग पायेगा।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) - 202001

FB_IMG_1622434952252_1622435123.jpg
user-image
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
आग बरस रही है आसमान से
1663935559293_1717337018.jpg