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महामारी के बीच भारत - Gita Parihar (Sahitya Arpan)

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महामारी के बीच भारत

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महामारी के बीच भारत
भारत महामारी से उभरती चुनौतियों से साथ ही अंतरराष्ट्रीय कूटनीति से निपटने के लिए तैयारी कर रहा है। घरेलू तौर पर भारत ने देशव्यापी तालाबंदी लागू की। मालदीव, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, कुवैत, चीन, ब्राजील और अमेरिका जैसे क्षेत्रीय और गैर-क्षेत्रीय देशों में चिकित्सा दल, सहायता और आपूर्ति भेजी। ब्राजील को समय पर चिकित्सा सहायता दी।अर्जेंटीना, चिली, इक्वाडोर, एल सल्वाडोर जैसे एलएसी क्षेत्र के अन्य देश भारत की मदद को आगे आए।
महान शक्तियों के बीच, भारत ने चीन और अमेरिका के बीच एक अच्छा संतुलन रखा है।चीन को मास्क, दस्ताने और अन्य आपातकालीन चिकित्सा उपकरण सहित 15 टन चिकित्सा आपूर्ति प्रदान की है, भारत ने अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) के निर्यात को मंजूरी दे दी ।भारत के इस फैसले के तत्काल बाद, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने नवीनतम समुद्री गश्ती विमान के लिए 16 एमके 54 हल्के टारपीडो और दस हार्पून ब्लॉक II से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की आपूर्ति करने के भारतीय अनुरोध को मंजूरी दे दी। चीन से, भारत को 15 मिलियन पीपीई किट मिले।

भारत अपने आधिकारिक बयान में जैविक और विषाक्त हथियारों के सम्मेलन (बीडब्ल्यूसी)की 45 वीं वर्षगांठ पर कोविड -19 का उल्लेख करने से नहीं कतराया है।महामारी के बावजूद विशेष रूप से दक्षिण चीन सागर में समुद्री क्षेत्र में चीन की निरंतर आक्रामकता को देखते हुए, भारत इंडो-पैसिफिक के समुद्री क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे है। हाल ही में, हिंद महासागर में पानी के नीचे के ड्रोन के एक बेड़े की तैनाती, जिसने 3,400 से अधिक अवलोकन एकत्र किए।
इस महामारी के दौरान भारत में 23 करोड़ भारतीय ग़रीबी में चले गए हैं।लेबर मार्केट पर रिपोर्ट कहती है कि महामारी से पहले की तुलना के मुक़ाबले साल 2020 के आख़िर में 1.5 करोड़ मज़दूरों का काम चला गया था।
महामारी के बीच चुनाव का और कुंभ का आयोजन हुआ।कुछ सप्ताह पहले तक दुनिया भर के देशों को कोरोना की वैक्सीन निर्यात करने वाला भारत अब ख़ुद ही टीकों की कमी से जूझ रहा है।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले तकरीबन दो हफ़्तों से लोग लगातार कोविड संक्रमण की वजह से बुख़ार और अन्य दिक्कतों की शिकायत कर रहे हैं।इनमें कुंभ मेले का आयोजन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरे नेताओं की चुनावी रैलियाँ कराने को लेकर भी तीखी आलोचनाएँ की जाती हैं।
प्राइवेट अस्पतालों ने, जमाखोरों, कालाबाजारी करने वालों ने लूट मचा रखी है। तो वहीं कई स्वयंसेवी संस्थान आगे बढ़कर मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं। भारत में छोटे और मध्यम व्यवसाय (एसएमबी) बड़े स्तर पर बंद हो रहे हैं।विश्व आर्थिक मंच की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस महामारी ने पुरुषों और महिलाओं के बीच बराबरी को एक पीढ़ी पीछे धकेल दिया है. महामारी की वजह से पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा नुक्सान हुआ है।
नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड के आंकड़ों के मुताबिक, 31 दिसंबर 2019 से 31 दिसंबर 2020 के बीच सुप्रीम कोर्ट में 10.35 फ़ीसदी, 25 हाईकोर्ट में 20.4 फ़ीसदी और जिला न्यायालयों में 18.2 फ़ीसदी लंबित मामले बढ़े हैं।
कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत के शीर्ष सात शहरों में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान आवासीय प्रॉपर्टी की बिक्री में 46 प्रतिशत की कमी आई और यह घटकर 29,520 इकाई रह गई।

भारत में शिक्षा प्रणाली को गहरा आघात लगा है.कोविड-19 की वजह से स्कूल बंद होने के कारण 1.2 अरब अरब बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है. सिर्फ़ भारत में 32 करोड़ बच्चे प्रभावित हुए है।
दुनिया भर में लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है।
मोबाइल इंटरनेट सस्ता है डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माताओं को काफ़ी फ़ायदा हुआ।भारत ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के पहले 10 महीनों में ऑक्सीजन का दोगुना निर्यात किया. वाणिज्य मंत्रालय के डेटा से इस बात का पता चला है.
निर्यात में उत्साहवर्द्धक बढ़ोतरी हुई है।डिजिटल सेक्टर में एफडीआई को तगड़ा बूस्ट मिला है. जबकि, यूके, यूएस, रूस में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई।
कोरोना वायरस महामारी के बीच 40 भारतीयों ने वर्ष 2020 के दौरान अरबपतियों की लिस्‍ट में अपना स्‍थान बनाया है। भारत में अब कुल अरबपतियों की संख्‍या बढ़कर 177 हो गई है। मुकेश अंबानी अभी भी 83 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ सबसे अमीर भारतीय बने हुए हैं। हुरून ग्‍लोबल रिच लिस्‍ट के मुताबिक 2020 के दौरान रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के प्रमुख की संपत्ति 24 प्रतिशत बढ़ी है और वह दुनिया के आठवें सबसे अमीर व्‍यक्ति हैं।
गुजरात के गौतम अडानी, जिनकी संपत्ति में पिछले कुछ वर्षों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, की संपत्ति 2020 में दोगुना होकर 32 अरब डॉलर हो गई है और वह दुनिया के 48वें सबसे अमीर और दूसरे सबसे अमीर भारतीय बन गए हैं। उनके भाई विनोद की संपत्ति भी 128 प्रतिशत बढ़कर 9.8 अरब डॉलर हो गई है।
सरकार ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने पर ज़ोर दे रही है जो महामारी के बाद मज़बूत होकर उभरेगा।
जहां तक आम इंसान की बात हैआध्यात्मिकता बढी। लोगों ने साफ- सफाई, ध्यान, योग, व्यायाम ,घर के भोजन का महत्व जाना।अपनों का साथ वर्क फ्रॉम होम के कारण मिला, किंतु हृदयहीनता की भी अनोखी मिसालें दिखाई दीं। हाल ही में नदियों में तैरते शव दिखाई दिए।अधजले शवों को या तो पानी में बहा दिया गया या रेत में दबा दिया गया। कोरोना नाम मात्र से लोग स्वजनों तक को हाथ लगाने से दूर हो गए।
गीता परिहार
अयोध्या

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