कविताअन्य
💐फूल💐
फूलों की क्यारी प्यारी - प्यारी।
रंग बिरंगे प्यारे -प्यारे ,
सुन्दर- सुन्दर न्यारे - न्यारे ,
रूप अलग है रंग अलग है ,
फिर भी एक कहाते क्या ? फूल...
जीवन महकाते सबको भाते ,
भौंरे और तितली को देखो ,
दोनों उन पर मंडराते।
फूलों की क्यारी सी प्यारी -प्यारी ,
ये मेरे घर की फुलवारी ,
सूरत सीरत जुदा - जुदा हैं ,
फिर भी एक कहाते क्या ? परिवार ...
जीवन महकाती घर को चहकाती ,
रूठती और झट से मन जाती ,
बोलो क्या कहलाती ? बेटी ...
कोई मोटा कोई छोटा ,
कोई हँसता कोई रोता ,
कोई नटखट कोई सुस्त सा,
खेल अलग हैं सोच अलग हैं ,
फिर भी एक कहाते क्या ? बच्चे ...
ये है मेरे घर की बगिया ,
रंग बिरंगे फूलों वाली ,
सुन्दर -सुन्दर प्यारी -प्यारी।
विनीता लवानियां