कविताअन्य
हिंद से है प्रेम मुझे, काव्य का करती हूँ सम्मान
#हरियाणा की वासी हूँ,#फरीदाबाद शहर का नाम।
नाम में ही भाव छुपे है,"भावना" है मेरा नाम
जाति में न बाँटू खुदको, बस समझूँ मैं #इंसान।
#ब्यूटीशियन है पेशा मेरा, काम से करूँ प्यार
#स्वाभिमानी हूँ थोड़ी,नहीं सहती हूँ दुर्व्यवहार ।
#काव्य लिखना पसंद मुझे है,हर समय रहे उसी में ध्यान
और भी कुछ करूँ,आजू बाजू वाले सभी देते मुझको ज्ञान ।
आभार #कलम मेरी को करूँ हाथ जोड़ प्रणाम,
इसी तरह बढ़ता रहे #लेखन मेरे का ज्ञान ।
जिसने खुदसे कराया परिचय सभी का,
दिया सब कवियों को सम्मान।
साहित्य से प्रेम मुझे, साहित्य बने मेरी पहचान।
©भावना सागर बत्रा की कलम से
फरीदाबाद ,हरियाणा