कविताअतुकांत कविता
सितारा
सितारा होता है
सितारे का
एक सितारा बना रहना ही
ठीक है
शरारा
अंगारा
आग की लपट
एक सुलगती चिंगारी
एक धधकती अग्नि की ज्वाला
एक सूरज सा विस्फोटक
ज्वालामुखी बनना
उसके लिए
उचित नहीं
खुद के दायरे में बंधकर
रात के शीतलता भरे
आकाश में
अपनी जगह पर स्थिर रहकर
चमकना ही
उसका कर्तव्य है
उसका कार्य है
उसका दायित्व है
उसका अनुशासन है
उसका धर्म है
और उसे यही सब सही प्रकार से
कार्यान्वित करना
शोभा देता है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) - 202001