कवितादोहा
हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ,,
केसरी घर जन्म लियो, धन्य अंजनी मात।
हुये निहाल मात-पिता, पा भगवन साक्षात।
चैत पूर्णमासी दिवस , घर -घर बाजे थाल।
मन मोहक मुस्कान है, ठुमक-ठुमक सी चाल।
लीन रहे श्री भक्ति में, बनाय बिगड़े काम।
राम नाम जपते सदा, हनुमत आठो याम।
बन परछाई राम की, रहे सदा ही साथ।
सिया के वो लाल बने, खड़े जोड़ कर हाथ।
आप रूद्र अवतार हो, राम भक्त हनुमान।
विराजित पार्थध्वज में, कलयुग के भगवान।
हाथ जोड़ विनती करूँ, पवन पुत्र हनुमान।
मुश्किल घड़ी आन पड़ी, करो विश्व कल्याण।
दीप्ति शर्मा" दीप"
जटनी( उड़ीसा)
स्वरचित व मौलिक