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भारत को ईश्वर नहीं ऐश्वर्य चाहिए - Krishna Tawakya Singh (Sahitya Arpan)

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भारत को ईश्वर नहीं ऐश्वर्य चाहिए

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भारत को ईश्वर नहीं ऐश्वर्य चाहिए |
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बहुत हो गयी ईश्वर की चर्चा और ईश्वर के नाम की पूजा | अब ऐश्वर्य की पूजा का समय है | क्योंकि हमारा ईश्वर सदा इसी ऐश्वर्य में खोया है | वहीं से वह हमे मिलेगा | हर गली चौराहे पर यहाँ ईश्वर की चर्चा होती है और इतने झूठे लोग | धन के लिए सबकुछ भुला दें | संभोग के सामने तो सबकुछ झूठा है बस वही सच है | हमने बर्षों से जिसे माया कहके नकारा है उसने हमारी चेतना को जबरदस्त रूप से पकड़ रखा है | और छोड़ता ही नहीं | हमारे यहाँ सबकुछ गरीबी के भेंट चढ़ जाता है | और हमें लगता है ईश्वर को भेंट चढ़ा आया | हम ईश्वर की सबसे ज्यादा पूजा करनेवाले देश हैं और सबसे खुश देश है फिनलैंड़ और अमीर देश अमेरिका | इन दोनों ही स्तर पर हम कहाँ खड़े हैं यह हमें भी पता नहीं | हमने ऐश्वर्य को नकारा है समृद्धि को माया कहकर उस ओर से सबका ध्यान हटाने की कोशिश की है | पर हमारा ध्यान उधर ही ज्यादा है पर गलत तरीके से |
ईश्वर की चर्चा यहाँ खूब होती है जैसे ईश्वर कोई वस्तु हो | कोई उसके नाम को लेकर उलझा है कोई अर्थ को लेकर बहस करता हुआ नजर आएगा | कोई इसी चक्कर में परेशान है कि मरने के बाद क्या कहना है और कैसे कहना है इसकी ट्रेनिंग कहाँ लूँ | ताकि स्वर्ग मिले | जीवन में क्या करना है इसकी रूपरेखा हमने बनायी हो अथवा नहीं जीवन के बाद क्या करना है इसकी रूप रेखा बना ली है | और उसपर सतत काम करते आए हैं | छद्म ईश्वर के स्थापना की |
हमने चोर रास्ते चुने हैं राजमार्ग बनाने की हिम्मत नहीं की | हमने मंजिल ही गलत बना ली | तो खोज भी भटक गयी वहाँ जहाँ कोई राह नहीं | समृद्धि के सपने देखना भी गुनाह जैसा बता दिया और सबकी चेतना समृद्धि के चोर दरवाजे ढूँढ़ने लगी | लमृद्धि पाने के मार्ग हमने नहीं बनाए बल्कि उसकी आलोचना में ही समय बिताया |
जिस जगह पर शराबबंदी है ऐसा नहीं कि वहाँ लोग शराब नहीं पीते | शायद ज्यादा ही पीते हैं | पर चोर दरवाजे से | उसी तरह जैसे हम चोरी से धन भी कमाते हैं और सुख की तलाश भी चोर रास्ते से करते हैं |
बच्चों को यहाँ पहली शिक्षा तो यह देनी चाहिए कि समृद्धि कैसे आए ? और उसकी शिक्षा होनी चाहिए | ताकि गरीबी मिटे और ऐश्वर्य आए | उसी ऐश्वर्य में हमारा ईश्वर छुपा है | ईश्वर गरीबी के नीचे कहीं दब गया है | उसे बाहर निकालने का मार्ग ऐश्वर्य है | नहीं तो हम बस ईश्वर का नाम रटते रह जाएंगे और वह खोता चला जाएगा |

कृष्ण तवक्या सिंह
25.03.2021.

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