कवितागीत
# सा रे गा मा अधूरी कहानी
भाग 3
मिलन की बेला आई
(गीत)
फटफटिया पे होके सवार
आया है मेरा यार
मिलन की बेला आई
*कभी मिले थे मुझे गलियारों में
नजरें चुराते,हाय हेलो ना करते
यूँ ही होती थी मुलाकातें
मिलन की बेला आई
*सावन के महीने की वो बरसाते
तन भी भीगे थे,और मन भी भीगे
छोटू की चाय बहाने
मिलन की बेला आई
*फटफटिया बैठ मैं इतराऊँ
चाँदनी रातमें पिया संग गाऊँ
इक दूजे में हम खो जाए
मिलन की बेला आई
*चँदा भी देखो शरमा रहा है
देखके तेरी मेरी प्रेम कहानी
सितारों से मांग तू भर दे
मिलन की बेला आई
*अब आए तो मोटरगाड़ी से आना
कश्मीर घुमाने को मुझे तू ले जाना
कर लेंगे हम कुड़माई
मिलन की बेला आई
सरला मेहता