कविताअतुकांत कविता
हर महफिल
दिल की मेरी
तेरे बिना पर
तेरे लिए ही सजती है
खामोश हैं लब
होठों पर तेरा नाम नहीं पर
हर दिल की गली
हर प्यार का घर और
हर याद की दीवार
तेरे ही नाम की रोशनी से
महकती है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) - 202001