कविताअतुकांत कविता
अपना कोई खो जाये तो
लुट जाती है दुनिया
इस दर्द से यूं तो गुजरते हैं
सभी पर
अपना अपना दर्द संभालते हैं
किसी और का नहीं
सबकी कहानी एक सी है पर
अपनी कहानी की तरह
दूसरे की कहानी को नहीं
समझते
प्यासे हैं सभी
एक घाट से पानी पीते हैं पर
अपने किनारे से
दूसरों के किनारों को नहीं
बांधते।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) - 202001