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कविताअतुकांत कविता
अल्फाज़ों को जोड़कर रंग भरा उनमें भावनाओं का कि इन्हें ही देखकर जग उठता है हर एक ख्बाव मेरी तमन्नाओं का दस्तक सुनाई पड़ती है खट्टी -मीठी आहटें भी साथ लाती एक अहसास नया महकती फ़िज़ा को देखकर लग रहा है इन पर भी असर हो रहा है किसी की दुआओं का ~ सोभित ठाकरे
वाह क्या खूब लिखा है आपने
सादर आभार