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जनवरी का महीना
सर्दी का मौसम भी विचित्र है. जब जनवरी महीने में बहुत अधिक सर्दी होती है. कई, कई दिन सूर्य भगवान के दर्शन नहीं होते हैं,लोग अपने लिहाफ़ में दुबकना पसन्द करते हैं तब लगता है. जल्दी से सर्दियाँ खत्म हों. इस आफत से तो छुटकारा मिले. जिन्हें आफिस जाना होता है उनके लिए और भी कठिनाइयां हो जाती हैं. सुबह-सुबह उठकर तैयार होना, एक चुनौती जैसा होता है, महिलाओं के लिए भी जल्दी उठ कर टिफिन आदि तैयार करना कुछ कष्टप्रद होता है.
वैसे खाने-पीने की दृष्टि से यह मौसम लोगों को अच्छा भी लगता है.विभिन्न प्रकार के व्यंजन लोग बनाते हैं और परिवार सहित उनका आनंद लेते हैं.
जनवरी में नये अंग्रेज़ी वर्ष का आगमन होता है. देश में, मकरसंक्रान्ति, पोंगल, बिहू आदि त्योहार, उत्साहपूर्वक मनाये जाते हैं.
बहुत से लोग घर की शादियां सर्दी के मौसम में करना पसन्द करते हैं,कई अच्छी सब्जियां बाजार में होती हैं. खाने पीने की चीजें भी जादा समय तक ताज़ा बनी रहती हैं.
घूमने-फिरने के लिए भी यह मौसम अच्छा माना जाता है. अक्सर बच्चों की छुट्टियां हो जाती हैं. कुछ लोग पहाड़ों पर बर्फ और स्कीइंग, और अन्य विंटर स्पोर्ट्स का आनंद उठाते हैं.
बहुत सर्दी के मौसम में हमें घर पर काम करने वालों का भी ध्यान रखना चाहिए. जैसे हमें सर्दी लगती है, उन्हें भी लगती है. अपने अपने और अपने बच्चों के भरण-पोषण के लिए वे टाइम बेटाइम काम करने आते हैं. अपने गर्म कपड़े,और अन्य चीजें, जो अच्छी हालत में हों, उन्हें,आग्रह करके, उनके आत्मसम्मान को बिना आहत किये, दे देना चाहिए. उनके श्रम का सम्मान करते हुए.
जनवरी की ठंड में.. धीरे धीरे दिन बीतते हैं और हम आगामी महीनों की प्रतीक्षा करने लगते हैं. दिन बीतते भी देर नहीं लगती.
स्वलिखित
कमलेश वाजपेयी
ग्रेटर नोएडा