कविताअन्य
तेरे बारे में सोचने लगी हूँ
तुझसे बेशुमार प्यार अब करने लगी हूँ
सोचा खत्म हो गयी ज़िन्दगी जब उसने तोड़ा है
आकर तूने मुझे फिर से जोड़ा है
तेरे बारे मे सोचने लगी हूँ में
हा तुझसे बेशुमार प्यार करने लगी हूँ मैं
सपने देखने छोड़ दिये थे
लगी थी अकेले रहने
जब से मिला है तू
तबसे लगी हूँ हँसने
हा तेरे बारे में सोचने लगी हूँ मै
तुझसे बेशुमार प्यार करने लगी हूँ मैं
हो गयी थी अकेली
मिलने लगे थे दुख
आये हो जबसे जिंदगी में
मिल गए सारे सुख
हा तेरे बारे में सोचने लगी हूँ मैं
तुझसे बेशुमार प्यार करने लगी हूँ मै
प्यार एक खेल है
ऐसा लगी थी सबसे कहने
जबसे मिला है तबसे तेरे सपनो मे लगी हूँ रहने
हाँ तेरे बारे मे सोचने लगी हूँ
तुझसे बेशुमार प्यार करने लगी हूँ