कवितालयबद्ध कविता
# प्रतियोगिता
एक दिया शहीदों के नाम
शहीदों की याद में आओ ,
हम सब एक दिया जलाएं ।
उनकी यादों को चिंगारी बनाये,
देशभक्ति की हम मशाल जलाये।
आओ गणतंत्र दिवस मनाये।
कुछ पुष्प हम उनपर चढ़ाये,
उन्हें आगे हम शीश झुकाएं ।
उनकी शहादत को याद करें,
देश के लिए अर्पण हो जाये।
आओ गणतंत्र दिवस मनाये।
शहीदों की कुर्बानी चिंगारी सी,
हर दिल को सुलगायेगी।
खून की हर बूंद की कीमत,
दुश्मन से वसूली जायेगी।
दुश्मन को उसकी नापाक,
हरकत की सजा दी जायेगी।
अब दुश्मन की ईंट से ईंट ,
बजायी जायेंगी।
जहाँ तेरा खून गिरा वो,
मिट्टी पूजी जायेगी।
भारत माता तेरा वंदन करेगी,
हर आँखे तेरा गुणगान गायेंगी।
तेरी बहादुरी से प्रेरणा लेकर,
हर बच्चा भारत को बचायेगा।
तेरे पथ पर चलकर वो भी,
भारत के लिए लड़ने जायेगा।
तेरा बलिदान व्यर्थ नही जायेगा,
हर दिल में तेरा दीप जगमगायेगा।
हर व्यक्ति जय हिंद, वंदे मातरम् गायेगा,
तेरा नाम दुनिया में अमर हो जायेगा।
हे शहीद तेरात्याग व्यर्थ नही जायेगा,
हर दिल को चिंगारी बनकर दहकायेगा।
दुश्मन को सबक सिखाने के लिए,
हर दिल में तेरा नाम बिगुल बजायेगा।
देश भक्ति का पाठ, सबको समझायेगा,
हर व्यक्ति वंदे मातरम गायेगा।
मेरा देश तेरे त्याग के कारण ही,
गर्व से सिर उठाकर खुशी से रह पायेगा।
तेरी यादों के संग गणतंत्र दिवस मनाये,
कुछ पुष्प चढ़ाये, एक दिया जलाये।
शहीदों के सम्मान में, हम शीश झुकाए,
शहीदों की याद में आओ,एक दिया जलाये।
ये स्वरचित व मौलिक रचना है।
राजेश्वरी जोशी,