कवितालयबद्ध कविता
कुर्बानी सैनिकों की याद आती तो होगी
टीस दिल को जलाती तो होगी।
यूँही नही बने हैं हम हिंदुस्तानी
धरती माँ जंजीरों में जकड़ी नजर आती तो होगी।
देश की मिट्टी जो उगलती है सोना
सैनिकों के लहु से गुजर जाती तो होगी।
अपने अपने घरों में आज सो रहे हैं सभी चैन की नींद
वो फक्र से शहीदों के नाम का दिया जलाती तो होगी
वतन पर मरने वालों की याद तुम्हे आती तो होगी।
तुम्हारा खून पानी नही यह बताती तो होगी।
तुम एक भारतीय हो यह याद दिलाती तो होगी।
फर्ज जिंदगी हर पल समझाती तो होगी।
नेहा की बातों से आंखे भर आती तो होंगी।
तुम जीवित हो शुक्र करो यह अहसास दिलाती तो होंगी। - नेहा शर्मा