कवितालयबद्ध कविता
नमन मंच साहित्य अर्पण
आप सभी को नव वर्ष 2021की बहुत बहुत हार्दिक बधाई और शुभ कामनाएं-----
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हे नवल वर्ष तेरा अभिनंदन--
मंगल दीप सजा थाली में चली कामिनी कर श्रंगार।
नव सपने नव रंग सजाये नवल वर्ष आया है द्वार।
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ओढ़ रश्मि की रक्तिम चूनर उषा प्राची द्वार खड़ी है।
आशाओं की दीप सजाये अभिनंदन की नवल घड़ी है। .
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ईर्ष्या वैर मिटा दें दिल से आँखों में नव स्वप्न सजाएं
सदा चले कर्तव्य पथ पर स्वस्थ रहें सब हर्ष मनाएं।
शुभागमन नव वर्ष का लिए नवल प्रभात।
नव बेला संकल्प का,ख़ुशियों की सौगात
क़दम सफ़लता चूम ले चहुँ दिशा हो हर्ष
खुशियाँ ले कर आ गया आगत नूतन वर्ष।
#मणि बेन द्विवेदी