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सफलता प्राप्त करने हेतु विभिन्न मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। राह में अनगिनत बाधाएं आती हैं। मुश्किलें हिम्मत तोड़ना चाहती हैं। मुश्किलों से भयभीत होने की बजाय मुश्किलों से मुँह मोड़ने की बजाय यदि हम मुश्किलों का सामना डटकर करें। तो निःसंदेह हम एक दिन अवश्य सफलता प्राप्त करेंगें। इसलिए परिस्थिति बेशक प्रतिकूल हो पर हौसला बुलंद रखिये।
आपसे ईर्ष्या करने वाले हिम्मत तोड़ना चाहेंगे- ईर्ष्यालु प्रवृति के व्यक्ति अद्भुत तरह के होते हैं। उन्हें ख़ुद की ख़ुशी की तनिक भी परवाह नहीं होती है। पर, हाँ यदि दूसरे व्यक्ति ख़ुश हैं या तरक्की के पथ पर अग्रसर हैं तो उन्हें अत्यंत दुःख महसूस होता है। दुःख की अवस्था में ईर्ष्यालु व्यक्ति चाहेंगे आपका हिम्मत तोड़ना, आपको दिग्भ्रमित करना। पर स्मरण रहे, आप निरंतर सार्थक प्रयास करते रहिए। सफलता जब तक न मिले नकारात्मक विचार पनपे ही मत दीजिए मन में। ईर्ष्यालु व्यक्ति को सबक सिखाने हेतु निरंतर आप कुछ अलग करते रहिए। थक-हारकर ख़ुद आपके विषय में बुरा सोचना वे बंद कर देंगे।
मुश्किलों से मुँह मत मोड़ें प्रतिकूल समय में- जब मन में कुछ बड़ा प्राप्त करने की चाहत होती है, तो राह में बाधाएं भी बड़ी-बड़ी आती हैं। इसलिए निरंतर कड़ी मेहनत करते रहें। मुश्किलों से घबराएं नहीं बल्कि मुश्किलों से निपटने का उपाय ढूंढें। मुश्किल ख़ुद-ब-खुद अपने कक्ष की ओर वापस लौट जाएगी यदि हम हौसला रखेंगे बुलंद हर पल।
मन में यह विश्वास रखिये सर्वदा कि सफलता आज न सही कल निश्चित ही प्राप्त होगी। यकीन मानिए जब से आप मन में इस बात को बैठा लेंगे, कभी भी किसी भी बाधा से आप नहीं घबराएंगे। और आपको वर्तमान में न सही पर भविष्य में सफलता प्राप्त ज़रूर होगी।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित