कहानीलघुकथा
खो गया मेरा प्यार
अतीत की यादों का अहसास दर्शना को रोज़ पार्क के इस झूले पर ले आता है। कभी उसके प्यार की पैगें यहीं परवान चढ़ी थी। ये डूबता सूरज बगल के खाली झूले पर बैठने वाले सूर्यांश की याद दिला झटके से रुक जाता है। तभी एक आभास हलचल का,,,मानो कह रहा हो,"मम्मा ! मैं आ रहा हूँ , आपका साथ देने। "
सरला मेहता