Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
बहरी क्यों सरकार आज है - Dr. Rajendra Singh Rahi (Sahitya Arpan)

कवितागजल

बहरी क्यों सरकार आज है

  • 123
  • 2 Min Read

बहरी क्यों सरकार आज है...

बहरी क्यों सरकार आज है
इतनी क्यों टकरार आज है...

कहाँ गया धरती का सेवक
दिखता बस दरबार आज है....

किया बग़ावत हक के ख़ातिर
भीषण फिर प्रतिकार आज है..

बिलख रहें जन हाथ पसारे
मिलता बस इंकार आज है....

धोखा, लूट हो रहा खुलकर
उनपे न एतबार आज है...

कैद हो गई सबकी खुशियाँ
बोलो कहाँ बहार आज है....

देख दशा हलधर की 'राही'
लगता बस व्यापार आज है...

डाॅ. राजेन्द्र सिंह 'राही'
(बस्ती उ. प्र.)

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg