Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
दीप हैं हम (गीत) - Madhu Pradhan (Sahitya Arpan)

कविताअन्य

दीप हैं हम (गीत)

  • 195
  • 2 Min Read

गीत
--------
~~डॉ. मधु प्रधान
दीप हैं हम
दीप हैं हम ।

तपन अन्तर में छिपाये
रात भर जलते रहे
स्नेह से भरपूर थे पर
तिमिर को खलते रहे

ज्योति के
झरते हुये
अनुगीत हैं हम
दीप हैं हम दीप हैं हम ।

सनसनाती हवाओं के
सामने कब हार मानी
बीज तम का मिटाने की
शपथ हमने सहज ठानी

हताशा में
ओज का
संगीत हैं हम
दीप हैं हम ,दीप हैं हम ।
------
डॉ. मधु प्रधान ,कानपुर
9236017666, 8562984895

IMG_20201117_221036_1605631724.jpg
user-image
Ankita Bhargava

Ankita Bhargava 3 years ago

बढ़िया

प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
दादी की परी
IMG_20191211_201333_1597932915.JPG
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg