सुविचारअनमोल विचार
अपनी ज़िंदगी में हर दिन ख़ुद में ही मस्त और व्यस्त मत रहिए । बूढ़े माता-पिता के साथ बैठकर उनसे उनका हालचाल पूछकर उनके गम को महसूस कर, गम दूर करने का प्रयास कीजिए। दीपावली में घर आँगन ही दीयों से रोशन मत कीजिए। बुढ़ापे में माता-पिता के सहारे की लाठी बनकर उनके अकेलेपन के अँधेरे को भी हर लीजिए।