Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
ये जो मोहब्बत है - SHAKTI RAO MANI (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

ये जो मोहब्बत है

  • 192
  • 4 Min Read

ये जो मोहब्बत है
जो तुम्हें हुई है
जो किसी को हो रही है

कल के दिन खुद की गलती से
जब नाकाम हो जाओगे
या नाकाम कर दिए जाओगे

और जब खुद की सोच को
एक दायरे में बांध दोगे
कभी मरने की सोचोगे
कभी मारने की सोचोगे

जीवन को तुम वही
जब खत्म सोचोगे
कुछ पंक्तियां लिख दोगे
खुद को शायर कहोगे

अपने दोषों को न देख कर
जब रिश्तों में गलतियां ढूंढोगे
अपनी इच्छाओं से ज्यादा किसी
को अगर चाह लोगे

खुद के कलेजे पर पत्थर
खुद ही गीराओगे
मूर्ख बन जाओगे
व्यर्थ जीवन कर जाओगे

तुम दूसरो को गलत ज्ञान बताओगे
शायर बन जब शे’र सुनाओगे

‘प्यार इश्क़ पे खत्म होती है
ये वो नफ़रत है
ये जो मोहब्बत है’
बस तुम ही वो हो
जो कभी प्यार ना कर पाओगे।

1604037046.jpg
user-image
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg