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किसीका इन्कार थोड़ा इसरार मांगता है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

किसीका इन्कार थोड़ा इसरार मांगता है

  • 8
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इन्सान का थोड़ा सब्र -ओ -क़रार मांगता है
अच्छा नतीज़ा थोड़ा -सा इंतज़ार मांगता है

जज़्बा मुश्क़िल को करने का पार मांगता है
किसीका इन्कार थोड़ा-सा इसरार मांगता है

© डॉ. एन. आर. कस्वाँ 'बशर' bashar بشر

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