Or
Create Account l Forgot Password?
कवितानज़्म
आसाँ है बहुत क़फ़स के अन्दर से कबूतर बाहर निकालना मुश्क़िल है मग़र कबूतर के अंदर से क़फ़स बाहर निकालना © "बशर" بشر bashar