Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
आखरी अंजाम - Jyoti Saroj (Sahitya Arpan)

कवितानज़्मगजलअन्य

आखरी अंजाम

  • 10
  • 2 Min Read

उनके चेहरे पर ढलते वक्त
की स्याही मुझे
कुछ यूं सताती है एक
दर्द दिल में था और कुछ अशक
मेरी आंखों मैं दे जाती है
यह कैसी कशमकश है
अंजाम सब का आखिरी यही अंधेरा है
फिर भी यह बात मन को दहला जाती है

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg