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जगमगाता है अक़्सर घर बेटियों वाला - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

जगमगाता है अक़्सर घर बेटियों वाला

  • 10
  • 1 Min Read

ज़रूरी तो नहीं हरसू हरसम्त चराग ही करें उजाला,
जगमगाता है रौशनाई से अक़्सर घर बेटियों वाला !

_Happy daughters day_
@ "बशर" بشر

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