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भूलकर भी अपना घर ना छोडना - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

भूलकर भी अपना घर ना छोडना

  • 5
  • 1 Min Read

बचपने का वोह मंज़र ना छोड़ना
गली कूचे और वो दहर ना छोडना

अगर तुम्हारे बस में हो यह "बशर"
भूलकर भी अपना घर ना छोडना
@ "बशर" بشر

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