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नानावती मर्डर केस 1959 - Kamlesh Vajpeyi (Sahitya Arpan)

कहानीअन्य

नानावती मर्डर केस 1959

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'अतीत की वीथिका से'

' नानावती मर्डर केस '

1959 में एक सनसनीखेज मर्डर केस हुआ था. नेवी कमांडर कावस- मानेकशॉ नानावती पर प्रेम आहूजा नाम के व्यक्ति के घर पर उसे गोली मार देने का आरोप था.

27 अप्रैल 1959 का दिन था..प्रेम आहूजा को नानावती की पत्नी सिल्विया के प्रेमी होने का आरोप था..
सिल्विया की स्वीकारोक्ति के बाद.. कहते हैं नानावती ने प्रेम आहूजा से पूछा कि क्या वह सिल्विया के साथ उसके दो बच्चों को स्वीकार करेगा.?
उसका उत्तर ध्रष्टतापूर्ण और अपमानजनक था.

तीन गोलियां नानावती के रिवाल्वर से चली थीं. नानावती पारसी समुदाय के एक बहुत योग्य और प्रतिभावान
नेवेल कमांडर थे , नानावती ने गामदेवी पुलिस स्टेशन में आत्म समर्पण कर दिया था.

तब मैं बहुत छोटा था, पेपर में नानावती के फोटो के साथ केस के बारे में समाचार छपते, इसकी धुंधली सी स्मृति अभी भी है.

प्रसिद्ध वीकली ब्लिट्ज में भी इस विषय खूब छपता था. ब्लिट्ज के सम्पादक, बहुचर्चित आर के करंजिया थे. मेरे घर में भी ब्लिट्ज, नियमित आता था.

घर में पिता और बड़े भाई आदि इस बारे में बात करते थे.
तब तो कुछ समझ में नहीं आता था.

धुंधली सी यादें मन में बनी रहीं.
तब कोर्ट के अतिरिक्त जूरी का भी गठन होता था, जिसमें शहर के सम्भ्रान्त व्यक्ति होते थे.

जूरी सिस्टम, हम एक अन्य फिल्म '' एक रूका हुआ फ़ैसला '' में भी देख सकते हैं.इसके नायक पंकज कपूर हैं.
बाद में जूरी नियुक्ति की प्रथा समाप्त कर दी गयी थी.

9 में 8 जूरी सदस्यों ने नानावती को बेकसूर माना.
लेकिन बम्बई हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने नानावती की सजा बरकरार रखी..
इस केस की सारे देश में बहुत चर्चा हुई थी.

इस पर एक फिल्म '' अचानक '' भी बनी थी.. जिसके नायक राजेश खन्ना जी थे. तब नानावती केस की कुछ चर्चा हुई, मुझे इस विषय की स्मृतियाँ ताज़ा हुयीं.

यू ट्यूब के कई क्राइम चैनलों में इसके पूरे विवरण हैं,मुझे यह केस याद रहा अतः मैंने ऐसे ही यूट्यूब पर ढूंढा.
नानावती पारसी समुदाय से थे, उन्हें पारसी समुदाय और आम जनता का अभूतपूर्व समर्थन मिला.

नानावती को महाराष्ट्र की राज्यपाल श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित ने क्षमादान दिया. वे तीन वर्ष के कारावास के बाद रिहा कर दिये गये.

नानावती सजा पूरी करने के बाद सिल्विया और बच्चों के साथ कनाडा चले गए. 2003 में उनकी म्रत्यु हुई.

इस पर कुछ फिल्में भी बनी हैं. आप उससे पूरी जानकारी ले सकते हैं..


कमलेश वाजपेयी

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