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चित्रलेखन - Hoshiar Singh (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

चित्रलेखन

  • 85
  • 4 Min Read

#18सितम्बर
नमन साहित्य अर्पण एक पहल
18 सितंबर 2020
विषय-चित्रलेखन
विधा-कविता
*****************
साज सज्जा से खिल उठा,
लगता है दीपावली पास,
मंदिर, देवालय बना अगर,
फिर तो यह खासमखास।

अलग अलग रंग के बल्ब,
रंगत बिखेरते सभी कमाल,
विवाह शादी का उत्सव हो,
क्या खिल उठता है धमाल।

देवालयों में सज रहे हैं देव,
बिखेरते हैं अपनी वो आभा,
शिवालयों में जाकर देख ले,
फिर क्यों जाए प्रदेश नाभा।

रंग बिरंगी किरणें निकलती,
मन को कर लेती हैं मोहित,
आओ श्रीराम अब चलकर,
कला देखो आकर रोहित।।
******************
नितांत मौलिक,स्वरचित
*****************
*होशियार सिंह यादव
मोहल्ला-मोदीका, वार्ड नंबर 01
कनीना-123027 जिला महेंद्रगढ़ हरियाणा
फोन 09416348400
#18सितम्बर

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Anujeet Iqbal

Anujeet Iqbal 4 years ago

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