Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
पछतावा - Dipak Kumar (Sahitya Arpan)

कवितागजल

पछतावा

  • 21
  • 3 Min Read

दिल जाने का करे ना तो फिर लौट आइए
ठुकरा के यूं मोहब्बत ना दूर जाइए

जाना भी क्या जरूरी है,यूं छोड़ के तुम्हें
मुड़ मुड़ के आंखों से ना यूं बहाइए,
दिल जाने का करे ना…

यूं जख्म दिल को देना,अच्छा नहीं लगता
जो दिल पे जख्म बाकी है, मरहम लगाइए,
दिल जाने का करे ना…

जो शिवे गिले थे हमारे बीच में कभी
वो बातें थीं पुरानी, उनको भूल जाइए,
दिल जाने का करे ना…

ये मिलके कर लो वादा, बिछड़ेंगे ना कभी
जो दिल में बुझा दीप है, उसको जलाइए,
दिल जाने का करे ना…

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg