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मानो जिंदगी मिल गई , - Kalpana Mishra (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

मानो जिंदगी मिल गई ,

  • 76
  • 2 Min Read

मानो जिंदगी मिल गई ,
सब कुछ अच्छा लगने लगा,
किसी में कुछ बुराई ही नही दिखती अब
सब अच्छे लगने लगे है,
चाॅद चमकीला दिखने लगा है,
सूरज की गरमी प्यारी लगने लगी है,
चारो ओर मानो फुलो की बारीश होने लगी है,
हर वक्त मुस्कुराने लगी हूॅ,
मन ही मन बाते करने लगी हूॅ,
क्योकि उसने कहा मै तुम्हारा हुॅ,
वह मेरा है इस अहसास ने
मुझे जीने का कारण दे दिया

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