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सुगम सरल डगर कहते हैं - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

सुगम सरल डगर कहते हैं

  • 12
  • 2 Min Read

जिन्दगी की रहगुज़र को सफ़र कहते हैं
राहे-सफ़र जो साथ हो हमसफ़र कहते हैं!

सुकून -ए -जिंदगी जहांपर होसके हासिल,
उस को "बशर" हम यहाँ- पर घर कहते हैं!

चैन-ओ-अमन से हो बसर तो है येह जन्नत,
जो न हो तो दोज़ख इसी को मग़र कहते हैं!

न दिन को चैन न रातों को हो नींद मयस्सर,
हासिल हुए सब बुरे कर्मों का असर कहते हैं!

लाहासिल सुखको कांटोभरी सफ़र कहते हैं,
हासिल सुख को सुगम सरल डगर कहते हैं!

©️ "बशर"

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